तेरी याद - शाम-ए-फ़ुरक़त में |
तेरी याद -
शाम-ए-फ़ुरक़त में
झिलमिल नन्हाँ-सा दीप,,
नीरव-मग पे
गुदगुदाती-सी आहट |
तेरी याद-
दौर-ए-गुफ़्तगू में
चाहत-ए-फ़िरदौस,,,
तपते सहरा में
बारिश की फुहार |
औ' तेरी दीद
ख़िज़ाँ के बाद
नेमत-ए-बहिश्त,
स्याह वीराने में
चम्पई बहार |
ऐ परवरदिगार!
बारिश-ए-रहमत
सब पर तारी हो |
शमा-ए-सुकूं से मुनव्वर
सदा हर महफ़िल हो |
____हिमांशु
दौर-ए-गुफ़्तगू में
चाहत-ए-फ़िरदौस,,,
तपते सहरा में
बारिश की फुहार |
औ' तेरी दीद
ख़िज़ाँ के बाद
नेमत-ए-बहिश्त,
स्याह वीराने में
चम्पई बहार |
ऐ परवरदिगार!
बारिश-ए-रहमत
सब पर तारी हो |
शमा-ए-सुकूं से मुनव्वर
सदा हर महफ़िल हो |
____हिमांशु
तेरी याद - शाम-ए-फ़ुरक़त में |